अमरूद पूरी दुनिया में मिलने वाला एक साधारण फल है जो लगभग अधिकांश घरों या ग्रामीण इलाकों में इसके पेड़ पाए जाते हैं! कुछ विद्वानों का कहना है कि इसे अमेरिका से यहाँ पुर्तगीज लोगों द्वारा लाया गया है तथा साथ ही साथ यह भी कहते है कि अमरूद का पेड़ भारतवर्ष के कई स्थानों
हरे पत्तेदार प्याज को आम बोलचाल की भाषा में स्प्रिंग अनियन के नाम से जाना जाता है! मुख्य रूप से इस प्याज का इस्तेमाल गार्निश करने के लिए या सलाद के तौर पर किया जाता है! हरा प्याज बहुत स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है! हरे पत्ते वाली प्याज के अंदर सल्फर, विटामिन
अंगूर की पैदावार सबसे पहले मध्य पूर्व एशिया में होता है। अंगूर से सबसे पहले शराब बनना शुरू किया गया जो शिरज शहर से हुआ है। उसके बाद भारत के अन्य शहरों में इसकी खेती होती है। अंगूर को भारत के अलग-अलग शहरों में अलग-अलग नामो से जाना जाता है। जैसे मराठी में द्रखा, तमिल
राजमा को प्राचीन काल से उगाया जाता है। राजमा का किडनी बींस ब्राउन रंग का होता है। राजमा के अंदर प्रोटीन, कार्बोहाडेट, विटामिन, ऊर्जा और बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी होती है। राजमा को छोटे बच्चे और बूढ़े लोगो चबा-चबा कर खाने में सर्वाधिक फायदेमंद करता है। राजमा की मसालेदार सब्जी और सादी सब्जी बनाकर
नाशपाती देखने में सेब की तरह लगता है और हरे रंग का चितकबरा जैसा होता है। नाशपाती का पौधा समशीतोष्ण जलवायु में अच्छी तरह से बढ़ता है। नाशपाती के पेड़ का उपयोग घर की सजावट के लिए किया जाता है। नाशपाती फल औषधीय लाभ के लिए उपयोगी है। नाशपाती रोज़ेशी परिवार का सदस्य होता है।
अरबी का पेड़ एक उष्णकटिबन्धीय प्रदेश में पाया जाता है। अरबी को प्राचीन काल से ही उगाया जाता है। कोलोकैसिया एस्क्युलेन्टा अरबी का वैज्ञानिक नाम है। अरबी को दक्षिणपूर्व एशिया और दक्षिण भारत ज्यादा उगाया जाता है। अरबी को रतालू, कचालू आदि कई नामो से पुकारा जाता है। अरबी कच्चा होने पर जहरीला होता है
बूढ़े लोग आम की चटनी में चीनी डालकर भोजन के साथ खाते है। आम को उबालकर उसका पना बना कर पीने से बहुत फायदा करता है। छोटे बच्चों केलिए आम एक तरह का अमृत फल होता है। आम का आकार देखने में बहुत अच्छा लगता है । आम पेड़ पर उग कर जब लटकता है
कटहल के बाहरी सतह पर छोटे-छोटे काँटे होते हैं। जब कटहल कच्चा होता है तब उसे सब्जी के रूप में खाया जाता है। कटहल के पकने पर उसके अंदर के कोवा को निकाल कर फल के रूप में खाया जाता है। और उसके बीच वाले भाग को सब्जी के रूप में खाया जाता है। रामबाण
मूली का वैज्ञानिक नाम रफ़ानस सैटाईवस है। मूल रूप से एशियाई बाजारों के कुछ हिस्सों में मूली को डिकॉन के रूप में भी जाना जाता है। मूली सलाद का आम हिस्सा है। यह बहुत सारे रस के साथ,खाने में मीठी, कडवी जरूर होती है । मूली विभिन्न आकार में काले, सफेद, लाल या बैंगनी रंग