अरबी का पेड़ एक उष्णकटिबन्धीय प्रदेश में पाया जाता है। अरबी को प्राचीन काल से ही उगाया जाता है। कोलोकैसिया एस्क्युलेन्टा अरबी का वैज्ञानिक नाम है। अरबी को दक्षिणपूर्व एशिया और दक्षिण भारत ज्यादा उगाया जाता है। अरबी को रतालू, कचालू आदि कई नामो से पुकारा जाता है। अरबी कच्चा होने पर जहरीला होता है
संतरा हर मौसम में मिलता है। संतरे में प्रोटीन, तांबा, मैग्नीशियम, हैस्पेरिडिन आदि की मात्रा भरपूर होती है। खट्टे फल के अधिकांश स्वास्थ्य लाभों के लिए जिम्मेदार होते है क्योकि विटामिन सी सर्वाधिक उपस्थित होता है। इन सभी के अलावा विटामिन बी, पोटेशियम, फास्फोरस, कोलिन और अन्य पोषक तत्वों से भरे हुए हैं। इस फल
कटहल के बाहरी सतह पर छोटे-छोटे काँटे होते हैं। जब कटहल कच्चा होता है तब उसे सब्जी के रूप में खाया जाता है। कटहल के पकने पर उसके अंदर के कोवा को निकाल कर फल के रूप में खाया जाता है। और उसके बीच वाले भाग को सब्जी के रूप में खाया जाता है। रामबाण
नेचर का एक सुंदर फल नारियल है। विद्वानों का मानना है कि नारियल फल किसी भी तरिके से दूषित नहीं है। इसलिए इसे भगवान को अर्पित करने योग्य समझते है। नारियल के धार्मिक महत्व के अलावा सेहत की दृष्टि में भी यह फल काफी फायदेमंद समझा जाता है। नारियल का हर रूप मनुष्य के लिए
फिंग को अंजीर कहा जाता है कई देशो में जहां ताजा फल नही पाया जाता वहां इसे ड्राइ फ्रूट रूप में सेवन में लाते हैं। उनमे से एक शहर जो पुने है जहाँ अंजीर को खाया और बहुत ही ज्यादा पसंद किया जाता है। अंजीर का पौधा दुनियाभर में सबसे पहले मनुष्य द्वारा उगाया जाने
गर्मी का मौसम ऐसा मौसम है जिसके आते ही लोगों को ठन्डे चीजों की मांग बढ़ जाती है। खरबूजा गर्मियों के मौसम में उन्ही मे से एक ठंडा फल है। खरबूजा में ८५ % मिनरल्स और स्वादिस्ट ठंडा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जलवायु और भूमि के कारण खरबूजों के रंग, आकार और स्वाद
मूली का वैज्ञानिक नाम रफ़ानस सैटाईवस है। मूल रूप से एशियाई बाजारों के कुछ हिस्सों में मूली को डिकॉन के रूप में भी जाना जाता है। मूली सलाद का आम हिस्सा है। यह बहुत सारे रस के साथ,खाने में मीठी, कडवी जरूर होती है । मूली विभिन्न आकार में काले, सफेद, लाल या बैंगनी रंग
फूलगोभी में खनिज उपस्थित होता है। फूलगोभी के पत्तियों में काफी अधिक आयरन और कैल्शियम होता है। साथ ही साथ इसमें फाइबर, विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। गोभी को कच्चा या पकाकर खाया जा सकता है। परन्तु यदि कच्चा खाया जाये तो ज्यादा फायदा करता है । इसको पकाने से
काजू एक ड्राई फ्रूट है जिसे ड्राई फ्रूट का बादशाह कहा जाता है। काजू में विटामिन “ई” की मात्रा भरपूर होती है। काजू एंटी-एजिंग का काम करता है। काजू में कैल्शियम, आयरन, सेलेनियम, मैग्निशयम, पोटैशियम, कॉपर, जिंक आदि मिनरल्स पाया जाता है। काजू खाने से शरीर का मेटाबोलिज़म सही रहता है। काजू खाने से शरीर
अंग्रेजी में कहावत है कि “एन एपल ए डे”, कीप्स द डॉक्टर अवे” अर्थात् एक सेब रोज खाओ और डॉक्टर को दूर भगाओ। सेब में एंटीआक्सीडेंट पाया जाता है। जो शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को सामान्य रखता है। जिससे मधुमेह के रोगियों को लाभ होता है। सेब को सालाद के साथ खाने का हिस्सा