बथुआ हरी सब्जी मार्केट में आसानी से मिल जाता है, और देश भर में लोग बथुआ का सेवन करते हैं! आप भी जरूर बथुआ को खाते होंगे, लेकिन आपको केवल यह पता होगा कि बथुआ को साग के रूप में खाया जाता है! अधिकतर लोगो को बथुआ के औषधीय गुणों के बारे में अधिक जानकारी
सर्दियों का मौसम आ गया है और यह आपके स्वास्थ्य पर ध्यान देने का सबसे सही समय है। इस मौसम में बहुत सारी सब्जियां आती हैं | हरी मेथी के पत्ते वाली सब्जी उनमे से एक है | हरी मेथी में फास्फोरस, कार्बोहाईड्रेट, वसा, लोहा, विटामिन “सी”, फाइबर, पोटैशियम, ट्राइगोनेलिन एल्केलाइड्स, गोंद, लेसीथिन, एलब्युमिन प्रोटीन,
सर्दियों में हर किसी की रसोई में पकने वाले व्यंजन में हरा धनिया डाला जाता है. यह खाने को स्वादिष्ट बनाता ही है साथ ही इसकी खूशबू से खाना और भी टेस्टी लगता है. धनिये का सिर्फ स्वाद ही बेहतरीन नहीं होता बल्कि ये एक औषधीय पौधा (Medicinal Plant) भी है जो कई गुणों से
आयुर्वेद के अनुसार, आंवला एक ऐसा फल है, जिसके अनगिनत लाभ हैं! आंवला ना सिर्फ त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद है, बल्कि कई तरह के रोगों के लिए औषधि के रूप में भी काम करता है! आंवला का प्रयोग कई तरह से किया जाता है, जैसे:आमला जूस (amla juice), आंवला पाउडर (amla powder), आंवला
आपके रसोई में रखा लहसून भोजन का स्वाद और उसकी खुशबू तो बढ़ाता है पर क्या आपको पता है कि इसमें कई तरह के औषधीय गुण भी होते हैं! जी हां, लहसुन खाने से आप स्वस्थ और सेहतमंद रहते हैं! इतना ही नहीं रोज खाली पेट लहसुन खाने से वजन भी कम होता है! लहसून
हरे पत्तेदार प्याज को आम बोलचाल की भाषा में स्प्रिंग अनियन के नाम से जाना जाता है! मुख्य रूप से इस प्याज का इस्तेमाल गार्निश करने के लिए या सलाद के तौर पर किया जाता है! हरा प्याज बहुत स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है! हरे पत्ते वाली प्याज के अंदर सल्फर, विटामिन
भारत देश में बहुत सी दाल मिलती है। उनमे से एक दाल मूंग की होती है। मूंग की दाल में पौटेशियम, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, फोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन “ई”, विटामिन “सी”, फाइबर, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन “बी -६”, नियासिन, थायमिन और प्रोटीन उपस्थित होता है। मूंग की दाल को ७- ८ घंटो के लिए
ककड़ी लाइट ग्रीन रंग की तरह दिखाई देती है। ककड़ी खाने में कुरकुरी और स्वादिस्ट होती है। ककड़ी खीरे की प्रजाति में आती है। ककड़ी सिर्फ और सिर्फ गर्मी के मौसम में आती है। ककड़ी को अच्छी तरह धोकर कच्चा ही खाया जाता है ! ककड़ी को पकाकर भी खाया जा सकता है। ककड़ी को
आप लोग गेहूँ को जानते ही है जिसकी हम लोग रोटी बनाकर खाते है। गेहूँ की फसल पूरे विश्व में बोई जाती है। इसको धान से ज्यादा महत्व दिया जाता है। विज्ञानो के अनुसार गेहूँ जो कि बाजरा, मैदा के मुक़ाबले सबसे ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। गेहूँ से दलिया कुकीज, केक आदि ऐसे बहुत
आयुर्वेद में नेनुआ को ठंडा बताया गया है। गर्मी के मौसम में खाने से शरीर के अंदर ठंडक पहुँचता है। नेनुआ में विटामिन, फाइबर, प्रोटीन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होता है। नेनुआ को गुजरात में “घिसोड़ा” और मराठी में “दोडकी” और शिरोल में “कोशातकी” कहते है। साथ ही साथ विदेशो में नेनुआ को स्पंजगार्ड,