रोज सुबह भीगे हुए चने खाने के फायदे जानकर आप चौक जायेंगे

रोज़ सुबह चने में गाजर, मूली, धनिया, प्याज, मिर्च काटकर नमक मिला कर खाने से शरीर स्वस्थ्य रहता है। चने में कैल्शियम मैग्नीशियम, मिनरल्स आदि तत्व पाया जाता है। और ताकत भी मिलती है इसे खाने से थकान महसूस नहीं होती है। इससे हमारा पेट भी सही रहता है ये खाने में बहुत टेस्टी भी लगता है। इससे हमारा मन भी खुश रहता है।

एनर्जी और ताकत

रेग्युलर भीगे चने खाने से कमजोरी दूर होती है तथा एनर्जी और ताकत का एक अच्छा स्त्रोत है । इसमें आयरन, प्रोटीन और मिनरल्स ज्यादा पाए जाते है ।इसके सेवन से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में बना रहता है।

कब्ज और सर्दी-जुकाम से राहत

भिगोए हुए चने पेट के मरीजों के लिए रामबाण है। क्योकि इसमें ढेर सारे फाइबर्स होते हैं रोज सुबह भीगे हुए चने खाने से कब्ज़ियत दूर होती है तथा यह डाइजेशन को बढ़ाता है। चना इम्युनिटी को बढ़ाता है सर्दी-जुकाम से राहत देता है।

यूरिन प्रॉब्लम

अगर आप यूरिन से परेशान है तो आप चने को भीगा कर या भुजा कर रोज सुबह भीगा हुआ चना और गुड़ खाने से इस परेशानी से राहत मिलेगी तथा पाइल्स से भी राहत मिलती है।

हेल्दी स्किन

भीगे हुए चना को बिना नमक ढाले चबा- चबाकर खाने से हमारी स्किन हेल्दी और ग्लोइंग दिखाई देती है। तथा स्किन प्रॉब्लम जैसे खुजली, रैशेज़, आदि दूर होती है।

शुगर कंट्रोल

भीगा चना खाने से डायबिटीज़ कम होता हैं। चना खाना लोगो को अपना शुगर लेवल नार्मल करना है। क्योंकि इस बीमारी में चना अपने आप में औषधिय का काम करता हैं।

बढ़ेगा वजन

चने को रेग्युलर खाने से वजन बढ़ता है और मसल्स स्ट्रांग होती हैं। जो मसल्स को काफी मजबूत बनाती है । ये बॉडी मास बढ़ने में हेल्पफुल हैं। चने में बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है इससे पुरुषो सिक्‍स पैक बनाने बहुत मदद मिलती है।

किडनी डिज़ीज़ से सुरछा

चना को भिगोकर खाने से ह्रदय की बीमारी का खतरा कम हो जाता है और हृदय स्वस्थ बना रहता है और हीमोग्लोबिन के लेवल को बढ़ाता है। चने में फॉस्फोरस अधिक होता है जो किडनी से साल्ट निकालता हैं। चना कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल करता है।

स्पर्म काउंट और फर्टिलिटी

रोज़ सुबह भीगा चना और नीबू का जूस के साथ खाने से फर्टिलिटी बढ़ता रहता है।

अन्य फायदे

१- बेसन में गुलाबजल मिलाकर चेहरे व शरीर पर लगाये।
२- चने का सत्तू बनाकर पीने से गैस्ट्रिक में लाभ होता है।
३- भीगे हुए चने और बादाम की गिरी खाने से नंपुसकता खत्म होती है।
४- दिल के रोगियों को चने उबालकर उसमें सेंधानमकऔर काली मिर्च डालकर खाना चाहिए।
५- चना और अरहर की भूसी चिलम में रखकर पीने से हिचकी नहीं आती है।

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