बेर खाने से सेहत को होने वाले फायदे और आयुर्वेदिक उपयोग
बेर जब कच्चा होता है हरे रंग का होता है और जब यह पक जाता है तो यह लाल और हल्का भूरे रंग का हो जाता है। यह खाने मे काफी स्वादिस्ट होता है। बेर को चीनी खजूर भी कहा जाता है क्योंकि यह चीन में कई प्रकार की दवाइयाँ बनाने मे उपयोग होता है। बेर खाने से बहुत लाभ होता है। यह एक बहुत ही शक्तिशाली भोजन है जो लाखों लोगों के लिए स्वास्थ्य का खजाना है। बेर दक्षिणी और मध्य चीन एशिया में बहुत अधिक उगाया जाता है। पके बेर पाचक, लघु और रुचिकारक होते हैं जो की रक्तदोष, दस्त और सूखे के रोग को खत्म करता है। बेर के पत्तों का लेप करने से बुखार और जलन शांत हो जाती है।
कैंसर के लिए उपयोगी
बेर में प्रोटीन और पोटैशियम उपस्थित होता है जो कैंसर बीमारी को रोकने में मदद करता है। बेर खाने से लोगो को मुँह के कैंसर भी नहीं होता है। बेर में न्यूट्रीशन होता है जो कई घातक रोगो से बचाता है। इसलिए रोज़ाना बेर का सेवन करना चाहिए। बेर को कैंसर भगाने का रामबाण फल कहा जाता है।
अनिद्रा में लाभकारी
बेचैनी से पीड़ित लोगों के लिए बेर के फल के बीज का अर्क एक अच्छा उपाय हो सकता है। इस फायदेमंद फल में मौजूद कार्बनिक यौगिकों के सुखदायक गुण शरीर और मन को शांत कर सकते हैं। इसलिए यदि आपको रात में नींद न आने में कोई समस्या उत्पन्न होती है तो यह छोटा सा फल बेर खाने से हर तरह से आपकी मदद कर सकता है।
अन्य फायदे
१- लस्सी और साथ में बेर खाने से पेट दर्द दूर हो जाता है।
२- यदि मानव को फोड़ा फुंसी निकला हो उसे बेर का सेवन नहीं करना चाहिए ।
३- बेर खाने से उल्टी में आराम मिलता है।
४- १-४ ग्राम छाल का चूर्ण गुड़ के साथ दिन में दो बार लेने से श्वेतप्रदर और रक्तप्रदर में लाभ मिलता है।
५- बेर की मुलायम पत्तियां और जीरे को पीसकर पीने से पेशाब खुलकर आती है।
६- बेर के पत्तों को पीसकर लगाने से शरीर की किसी भी भाग की जलन शांत हो जाती है।
७- बेर खाने से खांसी से राहत मिल जाती है ।
नुक्सान
१- बेर खाने से एसीडीटी बढ़ जाता है।
२- बेर खाने से खून जमता है ।
३- बेर खाने के बाद अपने दाँत में ब्रुश करना चाहिए।