करेला खाने की सही विधि व उसके चमत्कारिक औषधीय प्रयोग
करेला अपने स्वास्थ्य रछक लाभ के लिए पूरे विश्व भर में विख्यात है। करेले खुश्क और गर्म दोनों मौसम में पायी जाती है। करेला दो प्रकार का होता है। एक छोटा और एक बड़ा। छोटा करेला अधिक गुणकारी होता है अपेक्षा बड़े करेले से। कड़वा स्वाद होने के बावजूद यह लोगों को अति प्रिय है। कच्चा करेला अधिक गुणकारी होता है इसलिए जूस या सब्जी बनाने में सर्वाधिक इसका उपयोग होता है। करेला भूख और पाचनशक्ति को भी बढ़ाता है। यह लिनोलेनिक एसिड ,ओलिक एसिड और एंटी-ऑक्सीडेंट्स का एक अच्छा स्रोत है। इसमें फाइबर और विटामिन बी की अच्छी मात्रा में शामिल है। रोज़ाना करेले का जूस अपने डाइट में सम्मिलत करे।
बवासीर में फायदेमंद
करेला बहुत कडुवा होता है। परन्तु इसमें रेडियम का गुण पाया जाता है जो बवासीर रोगियों की लिए एक उत्तम आहार माना जाता है करेले के 15 पत्ते धोकर छोटे-छोटे टुकड़े करके एक गिलास पानी में उबालें। जब इसका आधा पानी बचा हो तो छानकर पी लीजिए या ६-७ करेला के जूस बनाकर उसमे थोड़ा सा पानी मिलाकर कुछ दिनों तक पीने से शरीर का दूषित रक्त साफ हो जाता है। करेले से यकृत की शक्ति और पाचनशक्ति बढ़ती है। यकृत में लाभकारी-करेला में हिपेटिक गुण पाया जाता है। जो लिवर को स्वास्थ्यवर्धक रखता है। करेला रक्त को स्वच्छ करने में मदद करता है तथा यह कार्यशीलता में सुधार लाता है। यह लिवर में से विषाक्त प्रदार्थों को बहार निकालने में भी सक्षम है। छोटे बच्चों को आधा चम्मच करेले का जूस पिलाने से उनके पेट में जलन नहीं होती है।और गैस सम्बंधित बीमारिया भी नहीं होती है लिवर को स्वस्थ रखने के लिए दिन में कम से कम एक बार एक कप करेले का जूस अवश्य पिया जाये।
हैंगओवर्स में फायदेमंद
करेले में एंटी-इन्टॉक्सिकेशन गुण उपस्थित होता है जो शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालते है परंतु साथ ही में शराब द्वारा लिवर को पहुँचने वाली क्षति से भी बचाव करता है। हैंगओवर को कम करने के लिए आधा कप करेले का जूस पियें। करेले का सेवन एक पन्त दो काज के सामान है। पहला हैंगओवर से तो छुटकारा दिलवाता है दूसरा आपकी शराब पीने की लत को भी कम करवाता है। इसलिए रोजाना सुबह कुछ महीनों के लिए एक गिलास में तीन चम्मच करेले का रस मिलाकर खाली पेट में पिएं।
मुंह के छाले में फायदेमंद
आधा कप करेले के जूस में एक गिलास पानी और थोड़ी सी फिटकरी मिलाकर प्रतिदिन तीन बार कुल्ला करने से मुंह के छाले की परेशानी से आप को आराम मिलेगा। और साथ ही साथ थोड़ी सी चीनी में तीन चम्मच जूस करेले का जूस मिलाकर पांच बार पीजिये।
आँखो के लिए फायदेमंद
करेला तत्वो और यौगिकों का मिश्रण है जो आँखो की लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी होता है। करेले में बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए की प्रचुरता होती है करेला से आँखों की रेटिना नहीं ख़राब होती है साथ ही साथ रतौंधी नामक रोग भी नहीं होता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंद
करेले में उत्तम फायटो-नुट्रिएंट्स एवं एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाया जाता है। यह सब्जी आपके शरीर में उपस्थित हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है। करेला खाने से मानव को मिर्गी के दौड़े की कभी भी कस्ट नहीं होता है।
कैंसर के इलाज में उपयोगी
करेला में मौजूद एंटी-कैंसर कॉम्पोनेंट्स अग्नाशय में होने वाले कैंसर कोशिकाओं में ग्लूकोस का पाचन रोक देते हैं। करेला खाने की कमी से कोशिकाओं की शक्ति घटती जाती है।
अन्य फायदे
१- करेले का जूस हड्डियों के लिए लाभकारी है।
२- करेले के सेवन करने से त्वचा पर दाग धब्बे नहीं पड़ते है।
३- यदि मनुष्य को कफ, गले में खराश की बीमारी हो तो करेले की सब्जी को सेंधा नमक और पिसी कालीमिर्च में बनाकर खाते है।
४- करेला खाने से पैर नहीं सूजते है।
५- करेले में फास्फोरस काफी मात्रा में पाया जाता है इसीलिए यह दाँत, मस्तिष्क, हड्डी, ब्लड और अन्य शारीरिक अंगो के लिए जरुरी फास्फोरस की पूर्ति करता है।
६- करेला का रस दर्द दूर करता है, शरीर में शक्ति पैदा करता है। करेले के जूस को खाली पेट पीने से कब्ज नहीं होता है।
करेला खाने के नुकसान
१- गर्भवती महिलाओं को बहुत ज्यादा करेला खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह समय से पहले ही शिशु-जन्म का कारक बन सकता है।
२- हमेशा करेले की सब्जी या फिर इसका जूस बनाने से पहले करेले को अच्छी तरह से ठन्डे पानी से धो लें।
३- ज्यादा मात्रा सेवन से आपको गले और सीने में जलन भी महसूस हो सकती है।
4- करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए, 10 मिनट के लिए नमक के पानी में करेले के टुकड़े भीगने के लिए छोड़ दें और फिर खाना पकाने के लिए इसका इस्तेमाल करें।