अंजीर इस प्रकार खाएं कि हमेशा के लिए मिलेगा कब्ज से छुटकारा
फिंग को अंजीर कहा जाता है कई देशो में जहां ताजा फल नही पाया जाता वहां इसे ड्राइ फ्रूट रूप में सेवन में लाते हैं। उनमे से एक शहर जो पुने है जहाँ अंजीर को खाया और बहुत ही ज्यादा पसंद किया जाता है। अंजीर का पौधा दुनियाभर में सबसे पहले मनुष्य द्वारा उगाया जाने वाला प्लांट है। अंजीर में स्वास्थ्य लाभ और वेशक़ीमती मेडिसिनल गुण के कारण दुनिया भर में मशहूर है। अंजीर में बहुत ही सारे मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट, विटामीन जैसे नियासिन, प्यरीडॉक्सीने, फोलटस और पैंटोथेनिक एसिड दूसरे यौगिक उपस्थित होते है जिसकी वजह से इन्हें गजब के औषधीय गुण मिलते हैं और इन गुणों के कारण आयुर्वेदिक डॉक्टर और हर्बल एक्सपर्ट अंजीर का उपयोग शरीर की बीमारी ठीक करने के बारे में बताते है । इनके अलावा अंजीर में कुछ अच्छे मिनरल्स जैसे आइरन, कॉपर, पोटैशियम, मैंगनीज, कैल्शियम, सेलीनीयम और ज़िंक पाए जाते हैं । पोटैशियम जो लोगो के दिल की गति बढ़ाने के साथ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। कॉपर आपकी लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण के लिए ज़रूरी होता है।
अंजीर में पाए जाने वाले पोषक पदार्थ
प्रोटीन | ६.६% |
सेलुलोज | ८.३% |
कार्बोहाइड्रेट | ७०% |
चिकनाईं | २% |
मिनरल्स साल्ट | ५% |
पानी | ३०% |
एसिड | ३% |
फैट | ०.८% |
कोलेस्ट्रॉल | १% |
अस्थमा के लिए लाभकारी
अस्थमा के रोगी को रोज़ सुबह प्रतिदिन ४-५ अंजीर खाने चाहिए। और अगर इसके पत्ते मिल जाए उसका भी सेवन करना चाहिए। अंजीर को खाने से कफ नहीं जमता है और खासते समय बाहर निकल जाता है जिसे रोगी को आराम मिलता है तेज बुखार में यह बहुत ही ज्यादा लाभकरी पाया गया है। जिससे अस्थमा से छुटकारा मिलता है।
सर्द और कमर में लाभ
अंजीर के ऊपरी खाल में सोंठ और धनिया इक्वेट मात्रा में मिलाये और फिर इसे महीन पीसकर रातभर पानी में भिगोये फिर इसे सुबह उठकर छानकर सबसे पहले पीये। और बचे हुए पेस्ट को दर्द में लगाने पर आराम मिलेता है।
बवासीर में लाभकारी
५- ६ अंजीर को भिगोकर उसके पानी को गुनगुना के पिए या ४-५ अंजीर को हल्के गर्म पानी के साथ खाये। खासकर इस बात ध्यान जरू रखे इस उपचार को सुबह ही करना है। कुछ महीनो में बीमारी ख़त्म हो जाती है।
कब्ज़ और जुकाम में फायदे
५-६ अंजीर को दूध के साथ १५ मिंट तक उबाले फिर उसे रात में सोने से पहले खाये और बचे हुए दूध को पी लें। जिससे आप को कब्ज़ में फायदा मिलेगा। पानी में ७ अंजीर को भिगो दे फिर से उबाल कर सुबह – शाम उस पानी को पीये जिसे आप का जुकाम ठीक हो जायेगा। अंजीर के सेवन से एसिडिटी भी ख़त्म हो जाती है। अंजीर को गुलकन्द के साथ रोज़ सुबह खाली पेट खाने से शौच के समय पैखाना (मल) आसानी से होता है। पेचिश तथा आवंयुक्त दस्तों में अंजीर का काढ़ा बनाकर पीने से रोगी को लाभ होता है।
ब्लड प्रेशर को दूर करें
लोग बीपी घटाने के लिए कोई फूड्स ढूंढते है। तो अचानक उनको एक फूड्स के बारे में पता चला जिसका नाम अंजीर है। जिसके खाने से ब्लड प्रेशर से आराम मिलता है ब्लड प्रेशर में लोग नमक अधिक खाते है जिसमे पोटैशियम की कमी और सोडियम की अधिकता पायी जाती है। जिससे उच्च रक्तचाप की प्राब्लम पैदा होती है। अंजीर फूड्स में सोडियम न के बराबर पाया जाता है परन्तु पोटैशियम भरपूर मात्रा में और ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत ही चमत्कारी होता है इसलिए रोजाना इस फ्रूट का सेवन करने से मानव का बी पी कंट्रोल में रहता है।
डायबिटीज में लाभकारी
आज कल लोग इतना व्यस्थ रहते हैं कि वे अपनी हेल्थ पर ध्यान नहीं दे पाते हैं जिसकी वजह से वे डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं। आप को ये भी जानकारी दी गयी कि अमेरिकन बिजबेटेस एसोसिएशन ने आपको डायबिटीज मॅनेज्मेंट के लिए अंजीर खाने की सलाह देता है। अंजीर के पत्तों में विशेष गुण पाए जाते हैं जो डायबिटीज के रोगियों की इंसुलिन के डिमॅंड को कम कर देते हैं इसलिए ये उनके लिए उपयोगी हैं जो की हर रोज इंसुलिन के इंजेक्षन लेते हैं। अंजीर में पोटैशियम बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है जिससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है अंजीर में च्लोरोगेनिक एसिड टाइप-२ डायबिटीज में ब्लड-ग्लूकोस लेवल को कंट्रोल में रखता है।
खून में वृद्धि
बादाम और सूखे अंजीर के टुकड़े को गुनगुने पानी में भिगोकर रख दे उसके बाद छिलके निकालकर सुखा कर रख दे। फिर उसमे इलायची, मिश्री, केसर, चिरौंजी, पिस्ते और बादाम को कूटकर बुकनी बना ले ।फिर आठ दिन तक गाय के घी में भिगोकर रख दे। रोज़ इस बुकनी को २५ ग्राम तक खाने से खून की कमी दूर होगी। पेशाब का अधिक आना 3-4 अंजीर खाकर, 10 ग्राम काले तिल चबाने से यह कष्ट दूर होता है।
नुक्सान
१- ज्यादा अंजीर खाने से अगुलियां फटती है।
२- अंजीर खाने से दाने आते है क्योंकि उसमे करोलीन होता है।